Do well, live well, and dress really well. and life is strange so dont waste time and fully enjoy
Saturday, October 31, 2015
रणजी मैच छोड़कर 'भज्जी' के रिसेप्शन में शरीक होंगे युवराज - See more at: http://naidunia.jagran.com/sports/cricket-yuvraj-singh-skips-ranji-match-to-attend-harbhajan-reception-542468?src=jfb#sthash.DlfH6u5L.dpuf
Friday, October 30, 2015
Thursday, October 29, 2015
मिलर के साथ 'डिनर डेट' पर प्रीति जिंटा!
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रीति जिंटा एक बार फिर अफेयर को लेकर चर्चा का केंद्र बन गई हैं। प्रीति और दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर डेविड मिलर को मुंबई के एक रेस्टोरेंट में डिनर डेट करते देखा गया। इसके बाद से इन दोनों के बीच अफेयर को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
बता दें कि डेविड मिलर आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब टीम के सदस्य है जिसकी मालकिन प्रीति जिंटा ही हैं। बहरहाल, दोनों को मुंबई के एक मशहूर रेस्टोरेंट में डिनर करते देखा गया और ध्यान देने वाली बात यह रही कि दोनों एकसाथ एक ही कार में भी गए!
प्रीति और मिलर की डिनर डेट की कई तस्वीरें भी सामने आई हैं, और तो और प्रीति ने खुलकर फोटो के लिए पोज भी दिए। हाल ही में प्रीति ने अपनी जिंदगी में 'समवन स्पेशल' यानी एक विशेष व्यक्ति होने की बात की थी। अब इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं उनका इशारा मिलर की तरफ तो नहीं था।
खैर, प्रीति इससे पहले अपनी आईपीएल टीम 'किंग्स इलेवन पंजाब' के को-ओनर नेस वाडिया को डेट कर रही थीं। हालांकि एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने के बाद दोनों अलग हो गए।
प्रीति का नाम भारतीय टीम के मॉस्ट वॉन्टेड बैचलर युवराज सिंह के साथ जुड़ चुका है। हालांकि प्रीति वाकई में मिलर को डेट कर रही हैं या नहीं, इस पर अभी कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
एक महीने में धरती से टकराने आ रही है रहस्यमय चीज
बड़ी और रहस्यमय वस्तु एक महीने के अंदर धरती से टकराने जा रही है। इसका नाम WTF दिया गया है। शीर्ष वैज्ञानिकों ने इस अज्ञात वस्तु को देखा है, लेकिन वह तय नहीं कर पा रहे हैं कि यह वस्तु क्या है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि WTF दो मीटर चौड़ा है और संभवत: यह खोखला हो। ऐसे में अनुमान है कि यह कोई कृत्रिम चीज हो। इन जानकारियों के बावजूद आकाश पर नजर रखने वाले इसके वास्तविक मूल के बारे में महज अनुमान ही लगा पा रहे हैं।
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हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के एस्ट्रोफिजिसिस्ट जोनाथन मैकडॉवेल ने कहा कि यह अंतरिक्ष यात्रा के दौरान यह कोई खोया हुआ टुकड़ा हो सकता है, जो हमें डराने आ रहा है।
इसका अर्थ यह है कि यह किसी अंतरिक्षयान का टूटा हुआ हिस्सा हो सकता है। या संभवत: Saturn V रॉकेट का बचा हुआ हिस्सा हो सकता है, जो अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर ले गया था।
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WTF1190F डीप अर्थ ऑर्बिट में धरती से काफी दूरी पर है। इसलिए यह पहचान करना मुश्िकल हो रहा है कि वह एस्ट्रॉइड है या कोई अंतरिक्षयान का मलबा।
गावस्कर ने हार के लिए धोनी को जिम्मेदार ठहराया
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को सीरीज के निर्णायक वन-डे में भारतीय गेंदबाजों के रोटेशन को लेकर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रवैये की आलोचना करते हुए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि उनका रुख लचीला नहीं था।
गावस्कर ने कहा- धोनी ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए लचीलापन नहीं दिखाया। मगर उनके पास ज्यादा विकल्प भी नहीं थे। पहले भी हमने देखा है कि गेंदबाजी में बदलाव के मामले में वह एक ही जैसे चलते रहे हैं, लेकिन कोई भी गेंदबाज कमाल नहीं दिखा सका। उन्होंने कहा कि गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है जिसकी पोल दक्षिण अफ्रीका ने खोल कर रख दी है। लिटिल मास्टर ने साथ ही कहा कि गेंदबाजी भारत के लिए चिंता का सबब है।
उन्होंने कहा- हमने टी-20 और वन-डे सीरीज में देखा कि भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन औसत रहा। वानखडे की पिच में उछाल और टर्न था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उसका फायदा नहीं उठाया। तेज गेंदबाज लगातार शार्ट पिच गेंद फेंकते रहे, लेकिन 135 किलोमीटर की रफ्तार से। ऐसी रफ्तार से आप दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सकते। यदि आप उन्हें बाउंसर से परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं तो गति 145 किलोमीटर की होनी चाहिए। भुवनेश्वर और मोहित ने काफी रन दिये। भारत को नियमित स्पिनर आर अश्विन की कमी खली जो साइड स्ट्रेन के कारण नहीं खेल रहे हैं।
अश्विन के बारे में बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि उनकी वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि भारत को अश्विन की कमी बुरी तरह खली। वह खेलने के लिए लालायित होगा। मैने उसे तीसरे वन-डे से पहले भी नेट्स पर गेंदबाजी करते देखा। मेरा मानना है कि उसे वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी चाहिए। उसे टेस्ट सीरीज से पहले चोट से पूरी तरह उबरना चाहिए।
गावस्कर ने दक्षिण अफ्रीकी टीम खासकर एबी डी'विलियर्स की तारीफ की। 61 गेंद में 119 रन बनाने वाले डी'विलियर्स को गावस्कर ने सुपरमैन कहा। उन्होंने कहा- वह सुपरमैन है। मेरे ख्याल से उसकी सफलता क्रीज पर खडे़ रहने पर निर्भर है। अद्भुत। वह गेंदबाज के दिमाग को पढ़ लेता है और बडे स्ट्रोक खेलने की पोजिशन बखूबी लेता है। टेस्ट सीरीज से पहले भारत को उसके बल्ले पर अंकुश लगाने का तरीका तलाशना होगा।
Monday, October 26, 2015
Thursday, October 22, 2015
फिल्म रिव्यू : 'शानदार' नहीं है जानदार
‘डेस्टिनेशन वेडिंग’ पर फिल्म बनाने से एक सहूलियत मिल जाती है कि सभी किरदारों को एक कैशल(हिंदी में महल या दुर्ग) में ले जाकर रख दो। देश-दुनिया से उन किरदारों का वास्ता खत्म। अब उन किरदारों के साथ अपनी पर्दे की दुनिया में रम जाओ। कुछ विदेशी चेहरे दिखें भी तो वे मजदूर या डांसर के तौर पर दिखें। ‘शानदार’ विकास बहल की ऐसी ही एक फिल्म है,जो रंगीन,चमकीली,सपनीली और भड़कीली है।
फिल्म देखते समय एहसास रहता है कि हम किसी कल्पनालोक में हैं। सब कुछ भव्य,विशाल और चमकदार है। साथ ही संशय होता है कि क्या इसी फिल्मकार की पिछली फिल्म ‘क्वीन’ थी,जिसमें एक सहमी लड़की देश-दुनिया से टकराकर स्वतंत्र और समझदार हो जाती है। किसी फिल्मकार से यह अपेक्षा उचित नहीं है कि वह एक ही तरह की फिल्म बनाए,लेकिन यह अनुचित है कि वह अगली फिल्म में इस कदर निराश करे।
‘शानदार’ निराश करती है। यह जानदार नहीं हो पाई है। पास बैठे एक युवा दर्शक ने एक दृश्य में टिप्पणी की कि ‘ ये लोग बिहाइंड द सीन(मेकिंग) फिल्म में क्यों दिखा रहे हैं?’
‘शानदार’ कल्पना और अवसर की फिजूलखर्ची है। यों लगता है कि फिल्म टुकड़ों में लिखी और रची गई है। इम्प्रूवाइजेशन से हमेशा सीन अच्छे और प्रभावशाली नहीं होते। दृश्यों में तारतम्य नहीं है। ऐसी फिल्मों में तर्क ताक पर रहता है,फिर भी घटनाओं का एक क्रम होता है। किरदारों का विकास और निर्वाह होता है। दर्शक किरदारों के साथ जुड़ जाते हैं। अफसोस कि ‘शानदार’ में ऐसा नहीं हो पाता।
जोगिन्दर और आलिया अच्छे लगते हैं,लेकिन अपने नहीं लगते। उन की सज-धज पर पूरी मेहनत की गई है। उनके भाव-स्वभाव पर ध्यान नहीं दिया गया है। शाहिद कपूर और आलिया भट्ट अपने नकली किरदारों को सांसें नहीं दे पाते। वे चमकते तो हैं,धड़कते नहीं हैं। फिल्म अपनी भव्यता में संजीदगी खो देती है। सहयोगी किरदार कार्टून कैरेक्टर की तरह ही आए हैं। वे कैरीकेचर लगे हैं। लेखक-निर्देशक माडर्न प्रहसन रचने की कोशिश में असफल रहे हैं।
फिल्म की कव्वाली,मेंहदी विद करण और सिंधी मिजाज का कैरीकेचर बेतुका और ऊबाऊ है। करण जौहर को भी पर्दे पर आने की आत्ममुग्धता से बचना चाहिए। क्या होता है कि फिल्म इंडस्ट्री के इतने सफल और तेज दिमाग मिल कर एक भोंडी फिल्म ही बना पाते हैं? यह प्रतिभाओं के साथ पैसों का दुरुपयोग है। फिल्म का अंतिम प्रभाव बेहतर नहीं हो पाया है। इस फिल्म में ऐसे अनेक दृश्य हैं,जिन्हें करते हुए कलाकारों को अवश्य मजा आया होगा और शूटिंग के समय सेट पर हंसी भी आई होगी,लेकिन वह पिकनिक,मौज-मस्ती और लतीफेबाजी फिल्म के तौर पर बिखरी और हास्यास्पद लगती है।
शाहिद कपूर और आलिया भट्ट ने दिए गए दृश्यों में पूरी मेहनत की है। उन्हें आकर्षक और सुरम्य बनाने की कोशिश की है,लेकिन सुगठित कहानी के अभाव और अपने किरदारों के अधूरे निर्वाह की वजह से वे बेअसर हो जाते हैं। यही स्थिति दूसरे किरदारों की भी है। पंकज कपूर और शाहिद कपूर के दृश्यों में भी पिता-पुत्र को एक साथ देखने का सुख मिलता है। खुशी होती है कि पंकज कपूर आज भी शाहिद कपूर पर भारी पड़ते हैं,पर दोनों मिल कर भी फिल्म को कहीं नहीं ले जा पाते।
लेखक-निर्देशक और कलाकरों ने जुमलेबाजी के मजे लिए हैं। अब जैसे आलिया के नाजायज होने का संदर्भ...इस एक शब्द में सभी को जितना मजा आया है,क्या दर्शकों को भी उतना ही मजा आएगा ? क्या उन्हें याद आएगा कि कभी आलिया भट्ट के पिता महेश भट्ट ने स्वयं को गर्व के साथ नाजायज घोषित किया था। फिल्मों में जब फिल्मों के ही लोग,किस्से और संदर्भ आने लगें तो कल्पनालोक पंचर हो जाता है। न तो फंतासी बन पाती है और न रियलिटी का आनंद मिलता है। ‘मेंहदी विद करण’ ऐसा ही क्रिएटेड सीन है।
‘शानदार’ की कल्पना क्लाइमेक्स में आकर अचानक क्रांतिकारी टर्न ले लेती है। यह टर्न थोपा हुआ लगता है। और इस टर्न में सना कपूर की क्षमता से अधिक जिम्मेदारी उन्हें दे दी गई है। वह किरदार को संभाल नहीं पातीं।
हां,फिल्म कुछ दृश्यों में अवश्य हंसाती है। ऐसे दृश्य कुछ ही हैं। (घोड़ा चलाना क्या होता है ? हॉर्स रायडिंग के लिए हिंदी में घुड़सवारी शब्द है। उच्चारण दोष के अनेक प्रसंग हैं फिल्म में। जैसे कि छीलो को आलिया चीलो बोलती हैं।)
सलमान और सोनम ने प्रमोशन के लिए शूट किया स्पेशल एपिसोड
पहले सलमान खान ने ईद पर 'बजरंगी भाईजान' बनकर खूब धमाल मचाया और अब वो दिवाली पर एक बार फिर 'प्रेम' बनकर हम सबके बीच छाने को तैयार हैं।
जी हां, दरअसल उनकी अगली फिल्म 'प्रेम रतन धन पायो' 12 नवंबर को रिलीज होने वाली है, जिसमें वो प्रेम बनकर इस बार सोनम कपूर के साथ्ा रासलीला करते नजर आएंगे।
खैर, दोनों स्टार्स ने अभी से 'प्रेम रतन धन पायो' स्टाइल में दिवाली का जश्न मनाना शुरू कर दिया है।
खबर के मुताबिक, सलमान और सोनम ने एक पॉपुलर चैनल के दिवाली एपिसोड के लिए 'प्रेम की दिवाली' नाम से एक स्पेशल एपिसोड शूट किया है। इसके लिए दोनों बिल्कुल पारंपरिक भारतीय परिधानों में नजर आए और इसमें दोनों काफी जंच भी रहे थे।
मंदसौर का दामाद माना जाता है रावण को, दशहरे पर होती है पूजा
शहर में स्थित रावण प्रतिमा का भी काफी पुराना इतिहास है। इसी के चलते यहां दशहरे 22 अक्टूबर को रावण प्रतिमा की पूजा होगी और शाम को आतिशबाजी कर प्रतीकात्मक वध किया जाएगा। नामदेव समाज सहित रावण प्रतिमा के आसपास रहने वाले कई लोग परिवार व समाज को बीमारी व आपदा से दूर रखने के लिए रावण प्रतिमा के पैर में लच्छा भी बांधेंगे। वहीं पास ही ग्राम धमनार में राम-रावण की सेना के बीच युद्घ होगा और बाद में रावण प्रतिमा की नाक पर मुक्का मारकर वध किया जाएगा।
शहर के खानपुरा में स्थित रावण प्रतिमा अतिप्राचीन है। पहली बार कब बनी, इसे लेकर काफी संशय है। पर दो-तीन बार बरसात के मौसम में यह बिजली का शिकार होकर टूट भी गई थी। बाद में 2002-03 में नपा ने इसका जीर्णोद्घार कराया था। रावण प्रतिमा को लेकर कई तरह की मान्यताएं भी प्रचलित हैं। कुछ लोग रावण की पत्नी मंदोदरी का मायका प्राचीन दशपुर को मानते हैं। इसी कारण शहर का नाम भी मंदसौर हुआ और खानपुरा क्षेत्र में रावण की पूजा भी होती है। हालांकि इसके ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिले हैं।
बीमार होने पर बांधते हैं लच्छा
खानपुरा क्षेत्र में रहने वाले पुराने लोगों की आस्था अभी भी रावण बाबा में है। इसके चलते घरों में बच्चों या बढ़ों को बुखार आने या अन्य बीमारी होने पर रावण प्रतिमा के पैरों में लच्छा बांधने के साथ ही अगरबत्ती लगाने की परंपरा है। खासकर नामदेव वैष्णव समाज के लोग अभी रावण की पूजा करते हैं। तो कुछ अन्य समाज की महिलाएं प्रतिमा के सामने से निकलते समय घूंघट निकालती हैं। वे रावण को जमाई मानती हैं।
श्री नामदेव वैष्णव समाज द्वारा 22 अक्टूबर को सुबह 9 बजे खानपुरा स्थित बड़ा मंदिर से लच्छा बांधने के लिए रावण प्रतिमा के पास जाएंगे। वहां पूजन कर लच्छा बांधा जाएगा। शाम 4 बजे बड़ा मंदिर खानपुरा से बलवीर व्यायामशाला के साथ राम रथ अखाड़े के साथ दशहरा मैदान पहुंचकर रावण का प्रतीकात्मक वध किया जाएगा।
सलमान ने सूरज बड़जात्या से नहीं ली फिल्म की फीस
बॉलीवुड सुपर स्टार सलमान खान की अगली रिलीज होने वाली फिल्म है 'प्रेम रतन धन पायो'। 12 नवंबर को रिलीज होने वाली इस फिल्म में सोनम कपूर भी हैं। सुनने में आया है कि सलमान खान ने इस फिल्म के लिए सूरज बड़जात्या से किसी भी तरह की फीस नहीं ली है।
खबरी ने बताया है कि सलमान केवल इस फिल्म के प्रॉफिट में एक हिस्सा सूरज बड़जात्या से लेंगे। सुनने में आया कि पहली ही मुलाकात में सलमान ने सूरज से कह दिया था कि वो फिल्म के लिए एक रुपया नहीं लेंगे मगर हां फिल्म के प्रॉफिट का पचास प्रतिशत हिस्सा वो लेंगे।'
आमतौर पर एक्टर अपनी फीस के अलावा प्रॉफिट की मांग करते हैं।
खबरी ने बताया 'सलमान खान केवल लाभ में हिस्सा चाहते हैं। फिल्म दीवाली पर रिलीज होना है। बॉक्स ऑफिस पर यह सोलो रिलीज होगी।'
सलमान और सूरज बड़जात्या से बातचीत नहीं हो सकी।
Tuesday, October 20, 2015
Saturday, October 17, 2015
Friday, October 16, 2015
Wednesday, October 14, 2015
Tuesday, October 13, 2015
Saturday, October 10, 2015
Friday, October 9, 2015
बिजनेसमैन बाबाः ऐसे रामदेव ने पतंजलि को बनाया 2 हजार करोड़ का ब्रांड
बाबा रामदेव की
कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने फ्यूचर ग्रुप के साथ करार
किया है। अब आपको पतंजलि के प्रोडक्ट बिग बाजार में
भी मिल जाएंगे। इस डील के बाद बाबा
रामदेव की कंपनी का रेवेन्यू बढ़ेगा।
फिलहाल उनकी कंपनी का कारोबार 2 हजार
करोड़ रुपए का है। बाबा पहले ऐसे योगी हैं, जिन्होंने
बिजनेस में कदम रखने के बाद इतना बड़ा कारोबार खड़ा किया है।
मनी भास्कर आपको बता रहा है कि किस तरह बाबा ने
पहले 450, फिर 1200 और अब 2 हजार करोड़ का कारोबार खड़ा
किया।
20 हजार लोगों को रोजगार, 2,000 करोड़ टर्नओवर
एक अनुमान के मुताबिक, बाबा रामदेव के सभी संस्थानों
में आसपास के तकरीबन 20 हजार लोग
स्थायी और अस्थायी रूप से काम कर रहे
हैं। उनके बिजनेस ने रफ्तार पकड़नी शुरू
की और दुनिया भर की बड़ी
कंपनियों के साथ रेस लगाने के लिए इसे प्रोफेशनल स्ट्रक्चर
की जरूरत हुई। बाबा ने ऐसा करके भी दिखा
दिया।
मार्केट एनालिस्ट्स ने इस साल बाबा के कारोबारी
साम्राज्य तकरीबन 2,000 करोड़ रुपए के बराबर आंका
है। गौर करने वाली बात यह है कि 2013-14 में
इसका टर्नओवर 1,200 करोड़ रुपए आंका गया था, जो इससे एक
साल पहले तक मात्र 450 करोड़ रुपए था। यह अभी
तक बढ़कर 2,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जिसे बाबा
रामदेव ने अगले 2 साल में 5,000 करोड़ तक पहुंचाने का टारगेट
रखा है।
बिजनेसमैन बाबाः ऐसे रामदेव ने पतंजलि को बनाया 2 हजार करोड़ का ब्रांड
बाबा रामदेव की
कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने फ्यूचर ग्रुप के साथ करार
किया है। अब आपको पतंजलि के प्रोडक्ट बिग बाजार में
भी मिल जाएंगे। इस डील के बाद बाबा
रामदेव की कंपनी का रेवेन्यू बढ़ेगा।
फिलहाल उनकी कंपनी का कारोबार 2 हजार
करोड़ रुपए का है। बाबा पहले ऐसे योगी हैं, जिन्होंने
बिजनेस में कदम रखने के बाद इतना बड़ा कारोबार खड़ा किया है।
मनी भास्कर आपको बता रहा है कि किस तरह बाबा ने
पहले 450, फिर 1200 और अब 2 हजार करोड़ का कारोबार खड़ा
किया।
20 हजार लोगों को रोजगार, 2,000 करोड़ टर्नओवर
एक अनुमान के मुताबिक, बाबा रामदेव के सभी संस्थानों
में आसपास के तकरीबन 20 हजार लोग
स्थायी और अस्थायी रूप से काम कर रहे
हैं। उनके बिजनेस ने रफ्तार पकड़नी शुरू
की और दुनिया भर की बड़ी
कंपनियों के साथ रेस लगाने के लिए इसे प्रोफेशनल स्ट्रक्चर
की जरूरत हुई। बाबा ने ऐसा करके भी दिखा
दिया।
मार्केट एनालिस्ट्स ने इस साल बाबा के कारोबारी
साम्राज्य तकरीबन 2,000 करोड़ रुपए के बराबर आंका
है। गौर करने वाली बात यह है कि 2013-14 में
इसका टर्नओवर 1,200 करोड़ रुपए आंका गया था, जो इससे एक
साल पहले तक मात्र 450 करोड़ रुपए था। यह अभी
तक बढ़कर 2,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है, जिसे बाबा
रामदेव ने अगले 2 साल में 5,000 करोड़ तक पहुंचाने का टारगेट
रखा है।
आगे की स्लाइड में जानिए कैसे शुरू किया बाबा रामदेव ने
अपना सफर...
जब एक टीम के 9 खिलाड़ी हुए आउट लेकिन गेंदबाजों ने लिए 12 विकेट
इंग्लैंड और पाकिस्तान-ए टीम के
बीच हुए दो दिवसीय अभ्यास मैच में एक
दिलचस्प और अनोखा नजारा देखने को मिला है। इस मैच में
पाकिस्तान-ए की पारी में कुल 9 विकेट गिरे
लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने 12 विकेट हासिल किए। कैसे बने ये
अनोखे आंकड़े, आइए जानते हैं।
दरअसल, इस दो दिवसीय मैच में इंग्लैंड और
पाकिस्तान-ए की टीमों ने तय किया कि दोनों
टीमें एक-एक दिन पूरा खेलेंगी।
यानी एक पूरा दिन पाकिस्तान-ए बल्लेबाजी
करेगी और दूसरा दिन इंग्लैंड की
टीम। टॉस जीतकर इंग्लैंड ने पाकिस्तान-ए
को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया लेकिन एक
स्थिति ऐसी आई जब पाकिस्तान-ए के विकेट गिरने लगे
और वो पूरा दिन खेलने की स्थिति में नजर
नहीं आ रहे थे इसलिए पाकिस्तान के तीन
बल्लेबाजों (खर्रम मंजूर, अली असद और उस्मान
सलाहुद्दीन) ने दो-दो बार बल्लेबाजी करने
का फैसला लिया और इंरेग्लैंड भी इसको लेकर
राजी हो गया।
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नतीजतन पाकिस्तान-ए के 9 विकेट तो गिरे
ही, साथ ही ये तीन बल्लेबाज
दो-दो बार आउट हुए, यानी कुल 12 विकेट गिरे।
स्टीवन फिन ने 4 विकेट, आदिल रशीद ने
3 विकेट, प्लंकेट और पटेल ने 2-2 विकेट, जबकि मोइन
अली ने 1 विकेट हासिल किया। पाकिस्तान-ए ने नौ विकेट
के नुकसान पर 192 रन बनाए लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने इस
तरह से 12 विकेट हासिल किए।
इंग्लैंड इन दिनों यूएई में हैं जहां पाकिस्तान के खिलाफ वे
तीन टेस्ट मैचों की
सीरीज, चार वनडे मैचों की
सीरीज और तीन
टी20 मैचों की
सीरीज खेली
जाएगी। दोनों टीमों के बीच
पहले टेस्ट की शुरुआत 13 अक्टूबर से
होगी। ये मैच अबु धाबी में
खेली जाएगा।