पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को लंदन के वैम्ब्ली स्टेडियम में इंडियन कम्युनिटी को संबोधित किया। उन्होंने 60 हजार लोगों के बीच 80 मिनट की स्पीच दी। कई पुरानी बातों को नए ढंग से बताया, वहीं, कुछ का जिक्र पहली बार किया। गरीबी से शुरू हुई स्पीच भारत के वर्ल्ड लीडर बनने के सपने पर खत्म हुई। मोदी मीडिया की सुर्खियां बनने वाले इन्टॉलरेन्स के मुद्दे को ये कहते हुए खारिज किया कि हिंदुस्तान वही नहीं है, जो टीवी-अखबारों में बताया जाता है।
मोदी ने दिया राजस्थान के इमरान का उदाहरण
मोदी ने उदाहरण के तौर पर राजस्थान के अलवर के इमरान का जिक्र किया। कबीर-रहीम को प्रेरणा बताया। सूफी परंपरा का भी हवाला दिया। मकसद ये बताना था कि भारत धर्मनिरपेक्ष था, है और हमेशा रहेगा। बता दें कि इमरान अलवर के संस्कृत सीनियर सेकंडरी स्कूल में मैथमेटिक्स के टीचर हैं। केवल 3 साल में 42 एंड्रॉयड ऐप और 100 से ज्यादा वेबसाइट्स तैयार किए हैं। इन ऐप्स को अब तक 25 लाख से ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं। उन्होंने ये सभी ऐप्स किताबों और गूगल की मदद से डेवलप की। इमरान ने 2005 में सबसे पहले 'जीकेटॉक' नाम का वेब पोर्टल शुरू किया। इस पोर्टल के लोग जरनल नॉलेज से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
लंदन की घड़ी को उल्टा कर दें तो भारत का वक्त शुरू हो जाता है
पीएम ने रोचक अंदाज में ब्रिटेन और भारत की तुलना भी की। हाथ में बंधी घड़ी दिखाते हुए कहा-इंग्लैंड की घड़ी जो समय बताती है, उसे एकदम उल्टा कर दो तो भारतीय समय दिखने लगता है। ब्रिटिश संसद के बाहर गांधी की प्रतिमा को भारतीयों के लिए गर्व बताते हुए कहा कि भारत दुनिया से मेहरबानी नहीं, बराबरी चाहता है। मोदी अब रविवार को तुर्की के लिए रवाना होंगे।
सूर्यपुत्र देशों को लीड करने का एलान
मोदी ने कहा कि आज दुनिया में दो समस्याओं की चर्चा हो रही है - आतंकवाद और ग्लोबल वार्मिंग। भारत की सुरक्षा केवल एक देश नहीं बल्कि मानवता के छठवें हिस्से की सुरक्षा का मामला है। इससे अन्य देशों को भी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि हम अपना भला भी करें तो इस प्रकार से करें कि औरों का भी भला हो जाए। इसीलिए ग्लोबल वार्मिंग के क्षेत्र में भारत विश्व के ऐसे देशों को एकजुट करेगा जिनके यहां सूरज की पूरी रोशनी आती हाे और गर्मी हो। उन्होंने कहा कि ऐसे 102 सूर्यपुत्र देश हैं जहां सहज रूप से सूर्य के दोनों लाभ मिलते हैं।
एक दिन भारतीय मूल का होगा ब्रिटिश पीएम- कैमरन
इससे पहले, मोदी का वैलकम करते हुए ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने भी स्पीच दी। उन्होंने कहा कि वे यूएन सिक्युरिटी काउंसिल में भारत की स्थाई सीट का समर्थन करते हैं।कैमरन ने कहा कि भारतीयों ने इंग्लैंड के समाज, राजनीति और अर्थव्यवस्था में बड़ा योगदान किया है। इस बार सबसे ज्यादा 10 भारतवंशी इंग्लैंड की संसद में आए हैं। एक दिन आएगा जब कोई भारतवंशी ब्रिटेन का प्रधानमंत्री भी बनेगा।
60 हजार लोगों के सामने 4 घंटे तक चला स्वागत कार्यक्रम
>>800 कलाकारों ने प्रस्तुति दी, 2000 वॉलेंटियर भी लगाए गए, 112 दिनों से इसकी तैयारी चल रही थी। उद्योगपति नत पूरी की संस्था ‘यूरोप-इंडिया फोरम’ ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया। 300 से ज्यादा संगठनों ने मदद की।
>>योग, भरतनाट्यम, ओडिशी, कथक, कुचीपुड़ी, भांगड़ा, गरबा समेत कई तरह की डांस प्रस्तुतियां हुईं कार्यक्रम में। श्यामक डाबर, अलीशा चिनाई समेत कई मशहूर कलाकारों ने भी परफाॅर्म किया।
>>लेसिस्टर, मेनचेस्टर, बर्मिंघम जैसे दूरदरराज के शहरों से लोगों को स्टेडियम तक लाने के लिए ‘मोदी एक्सप्रेस’ नाम की बसें चलाई गईं। ब्रिटेन की सबसे बड़ी आतिशबाजी की गई।
>>लेसिस्टर, मेनचेस्टर, बर्मिंघम जैसे दूरदरराज के शहरों से लोगों को स्टेडियम तक लाने के लिए ‘मोदी एक्सप्रेस’ नाम की बसें चलाई गईं। ब्रिटेन की सबसे बड़ी आतिशबाजी की गई।
पहले कब-कब हुए मोदी के इस तरह के प्रोग्राम
> सितंबर में सैन होजे के सैप सेंटर में स्पीच। 18,000 लोग शामिल हुए
> दुबई में अगस्त में हुई स्पीच में 40 हजार लोग शामिल हुए
> न्यूयॉर्क का मेडिसन स्क्वेयर गार्डन
सितंबर 2014 में अमेरिका के दौरे पर मोदी ने न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में स्पीच दी। पीएम बनने के बाद किसी दूसरे देश में मोदी का यह पहला बड़ा प्रोग्राम था। मोदी के प्रोग्राम में 30 हजार प्रवासी भारतीय शामिल होना चाहते थे। लेकिन स्टेडियम के अंदर 18 हजार लोगों को ही जगह मिल पाई।
सितंबर 2014 में अमेरिका के दौरे पर मोदी ने न्यूयॉर्क के मेडिसन स्क्वेयर गार्डन में स्पीच दी। पीएम बनने के बाद किसी दूसरे देश में मोदी का यह पहला बड़ा प्रोग्राम था। मोदी के प्रोग्राम में 30 हजार प्रवासी भारतीय शामिल होना चाहते थे। लेकिन स्टेडियम के अंदर 18 हजार लोगों को ही जगह मिल पाई।
> ऑस्ट्रेलिया का ऑलफोन्स एरीना
अमेरिका के बाद मोदी नवंबर 2014 में मोदी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए। यहां उन्होंने सिडनी के ऑलफोन्स एरीना में 16 हजार प्रवासी भारतीयों की मौजूदगी में अपनी स्पीच दी।
> टोरंटो
अप्रैल 2015 में मोदी कनाडा दौरे पर थे। कनाडा में 42 साल बाद किसी भारतीय पीएम की यह स्टेट विजिट थी। मोदी ने यहां रहने वाले 10 हजार भारतीयों की मौजूदगी में स्पीच दी।
अप्रैल 2015 में मोदी कनाडा दौरे पर थे। कनाडा में 42 साल बाद किसी भारतीय पीएम की यह स्टेट विजिट थी। मोदी ने यहां रहने वाले 10 हजार भारतीयों की मौजूदगी में स्पीच दी।
> शंघाई
मोदी मई 2015 में शंघाई अाए। यहां रह रही इंडियन कम्युनिटी ने उनके लिए प्रोग्राम रखा। इसमें 5 हजार से ज्यादा भारतीय मौजूद थे। शंघाई में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इंडियन कम्युनिटी जुटी थी।
मोदी मई 2015 में शंघाई अाए। यहां रह रही इंडियन कम्युनिटी ने उनके लिए प्रोग्राम रखा। इसमें 5 हजार से ज्यादा भारतीय मौजूद थे। शंघाई में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इंडियन कम्युनिटी जुटी थी।
विदेशों में मोदी की स्पीच के लिए कौन करता है इंतजाम?
पीएम की फॉरेन विजिट के दौरान इवेंट मैनेजमेंट का काम विजय चौथाईवाले देखते हैं। विजय बायोलॉजिस्ट थे। वे अहमदाबाद में टोरेंट फार्मास्युटिकल्स में वाइस प्रेसिडेंट (डिस्कवरी रिसर्च) थे। फिर उन्होंने अमित शाह के कहने पर पिछले साल बीजेपी ज्वॉइन कर ली। उन्होंने बीजेपी ओवरसीज फ्रेंड्स ऑर्गनाइजेशन का कामकाज संभाला। महाराष्ट्र के नागपुर के रहने वाले विजय आरएसएस में स्वयंसेवक भी रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के वक्त से मोदी के लिए संभाली कमान
पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान विजय चौथाई वाले बीजेपी के उस ग्रुप में शामिल थे जो मोदी का थिंक टैंक था। मोदी की सायबर और सोशल मीडिया फ्रेंडली और रिफॉर्मर वाली इमेज बनाने में उनका बड़ा कॉन्ट्रिब्यूशन है। फिलहाल विजय बीजेपी के फॉरेन पॉलिसी डिपार्टमेंट के चीफ हैं। वे बीजेपी जनरल सेक्रेटरी राम माधव के साथ पीएम मोदी के विदेशों में होने वाले प्रोग्राम्स की तैयारी करते हैं।