Thursday, October 29, 2015

गावस्कर ने हार के लिए धोनी को जिम्मेदार ठहराया

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रविवार को सीरीज के निर्णायक वन-डे में भारतीय गेंदबाजों के रोटेशन को लेकर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रवैये की आलोचना करते हुए पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि उनका रुख लचीला नहीं था।
गावस्कर ने कहा- धोनी ने गेंदबाजी में बदलाव करते हुए लचीलापन नहीं दिखाया। मगर उनके पास ज्यादा विकल्प भी नहीं थे। पहले भी हमने देखा है कि गेंदबाजी में बदलाव के मामले में वह एक ही जैसे चलते रहे हैं, लेकिन कोई भी गेंदबाज कमाल नहीं दिखा सका। उन्होंने कहा कि गेंदबाजी भारतीय टीम के लिए चिंता का विषय है जिसकी पोल दक्षिण अफ्रीका ने खोल कर रख दी है। लिटिल मास्टर ने साथ ही कहा कि गेंदबाजी भारत के लिए चिंता का सबब है।
उन्होंने कहा- हमने टी-20 और वन-डे सीरीज में देखा कि भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन औसत रहा। वानखडे की पिच में उछाल और टर्न था, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उसका फायदा नहीं उठाया। तेज गेंदबाज लगातार शार्ट पिच गेंद फेंकते रहे, लेकिन 135 किलोमीटर की रफ्तार से। ऐसी रफ्तार से आप दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर सकते। यदि आप उन्हें बाउंसर से परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं तो गति 145 किलोमीटर की होनी चाहिए। भुवनेश्वर और मोहित ने काफी रन दिये। भारत को नियमित स्पिनर आर अश्विन की कमी खली जो साइड स्ट्रेन के कारण नहीं खेल रहे हैं।
अश्विन के बारे में बात करते हुए गावस्कर ने कहा कि उनकी वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि भारत को अश्विन की कमी बुरी तरह खली। वह खेलने के लिए लालायित होगा। मैने उसे तीसरे वन-डे से पहले भी नेट्स पर गेंदबाजी करते देखा। मेरा मानना है कि उसे वापसी में कोई हडबडी नहीं करनी चाहिए। उसे टेस्ट सीरीज से पहले चोट से पूरी तरह उबरना चाहिए।
गावस्कर ने दक्षिण अफ्रीकी टीम खासकर एबी डी'विलियर्स की तारीफ की। 61 गेंद में 119 रन बनाने वाले डी'विलियर्स को गावस्कर ने सुपरमैन कहा। उन्होंने कहा- वह सुपरमैन है। मेरे ख्याल से उसकी सफलता क्रीज पर खडे़ रहने पर निर्भर है। अद्भुत। वह गेंदबाज के दिमाग को पढ़ लेता है और बडे स्ट्रोक खेलने की पोजिशन बखूबी लेता है। टेस्ट सीरीज से पहले भारत को उसके बल्ले पर अंकुश लगाने का तरीका तलाशना होगा।

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