Monday, August 10, 2015

McDonalds के बर्गर को टक्कर देगी ये यूएस कंपनी, युवराज ने लगाया पैसा

 भारत के बर्गर मार्केट में, मैकडॉनल्ड बड़ा नाम है। लेकिन एक के बाद एक इंटरनेशनल फास्ट फूड कंपनियां भारत में इन्वेस्ट करके मार्केट हथियाने में लगी हैं। ताजा एंट्री अमेरिकी कंपनी कार्ल्स जूनियर की है। नौ जुलाई को कार्ल्स जूनियर ने देश में अपना पहला रेस्टोरेंट दिल्ली के सेलेक्ट सिटी वॉक मॉल में खोला है। मैकडॉनल्ड से टक्कर लेने के लिए कंपनी ने क्रिकेटर युवराज सिंह से भी हाथ मिलाया है। युवराज सिंह की कंपनी यूवीकैन ने इस ब्रांड में पैसे लगाए हैं।
1941 में हुई थी कार्ल्स जूनियर की शुरुआत

अमेरिकन फास्ट-फूड चेन, कार्ल्स जूनियर सबसे पहले 1941 में खुला था। यह अपने जूसी बर्गर और मिल्कशेक के लिए दुनिया में फेमस है। इसका सिस्टर ब्रांड ‘हार्डिस’ मध्य पूर्व में काफी पसंद किया जाता है।
भारत के लिए किया मेन्यू में बदलाव, मिलेंगे ये बर्गर
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कार्ल्स जूनियर अपने चारग्रिल्ड चिकन बर्गर के लिए फेमस है। मगर भारत में इसने अपने मेन्यु में काफी बदलाव किए हैं। कार्ल्स जूनियर पहली बार वेज बर्गर बेच रहा है और इनके नाम भारतीय तर्ज पर ही रखे गए हैं। ताकि लोगों को आसानी से जोड़ा जा सके। भारत में यह बर्गर तंदूरी पनीर बर्गर, आलू अचारी और पनीर टिक्का नाम से मिलेंगे। इसके साथ ही कार्ल्स जूनियर अपने फेमस स्टार और सुपर स्टार बर्गर भी भारत में बेचेगा।

भारत में सिबिज ब्राइटस्टार ने कराई कार्ल्स जूनियर की एंट्री
भारत में कार्ल्स जूनियर की एंट्री गुड़गांव के सिबिज ब्राइटस्टार रेस्टोरेंट ने कराई है। सिबिज ब्राइटस्टार इस चेन के विस्तार के लिए 200 करोड़ रुपए इन्वेस्ट करेगा। कंपनी की योजना अगले 10 सालों में देश भर में 100 कार्ल्स जूनियर रेस्टोरेंट खोलने की है। भारत में बर्गर के कई ब्रांड पहले से ही मौजूद हैं ऐसे में कार्ल्स जूनियर के सामने प्रीमियम बर्गर मार्केट में अपनी अलग जगह बनाने की बड़ी चुनौती होगी।
पिछले पांच सालों में इन ब्रांड्स की हुई एंट्री
पिछले पांच सालों में, कई बड़े इंटरनेशनल ब्रांड्स ने भारत में एंट्री की है। इनमें से स्टारबक्स, क्रिस्पी क्रीम, बिग-बर्गर, वेंडिज, फैटबर्गर, बार्सेलोस, जॉनी रॉकेट्स, बर्गर किंग आदि शामिल हैं।
फिलहाल मैकडॉनल्डस है भारत का स्टार
सन् 1965 में अमेरिका के बाहर कनाडा में पहला मैकडॉनल्ड्स खुला था। इसी साल मैकडॉनल्ड्स को पब्लिक लिमिटेड कंपनी बनाया गया था। मैकडॉनल्ड्स ऐसी फास्ट फूड चेन है, जिसका तेजी से ग्लोबलाइजेशन हुआ। सन 1994 तक दुनिया के 79 देशों में 15 हजार मैकडॉनल्ड्स रेस्त्रां स्थापित हो गए थे। सन 1996 में भारत दुनिया का 95वां देश था जहां मैकडॉनल्ड्स पहुंचा।
अब दुनिया के 119 देशों में है मैक-डी
आज दुनिया के 119 देशों में 31 हजार से ज्यादा काउंटर सर्विस, वॉक व ड्राइव-थ्रू सर्विस के इनडोर व आउटडोर सीटिंग वाले 31 हजार से ज्यादा मैकडॉनल्ड्स रेस्त्रां हैं जिनकी सालाना बिक्री 23 बिलियन डॉलर से ज्यादा है।

4 भारतीय फिल्में, जिन्होंने वर्ल्डवाइड की 500 करोड़ रु. से ज्यादा की कमाई




 वह जमाना गया जब भारतीय फिल्मों के 100-200 करोड़ रुपए के कलेक्शन को बहुत बड़ी बात माना जाता था। आज के दौर में एक अच्छी फिल्म बनाने के लिए ही इतनी रकम चाहिए। पिछले महीने रिलीज हुई 'बाहुबली' और 'बजरंगी भाईजान' को ही ले लीजिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डायरेक्टर एस. एस. राजामौली की फिल्म 'बाहुबली' की लागत जहां 160 करोड़ रुपए रही। वहीं, कबीर खान निर्देशित 'बजरंगी भाईजान' का निर्माण करीब 90 करोड़ रुपए में हुआ। खास बात यह है कि दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर न केवल शानदार रिजल्ट दिए, बल्कि कमाई की नई इबारत भी लिखी। दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर 500 करोड़ रुपए (वर्ल्डवाइड ग्रॉस कलेक्शन) से ज्यादा की कमाई की है।
साल 2009 में डायरेक्टर राजकुमार हिरानी की फिल्म '3 इडियट्स' ने वर्ल्डवाइड 395 करोड़ रुपए का ग्रॉस कलेक्शन कर 300 करोड़ी क्लब की शुरुआत की। इसके बाद 'एक था टाइगर' (2012), 'दबंग 2' (2012), 'ये जवानी है दीवानी' (2013), 'कृष 3' (2013), 'किक' (2014), 'बैंग बैंग' (2014) और 'हैप्पी न्यू ईयर' (2014) इस क्लब में शामिल हुईं। 2013 में आई डायरेक्टर रोहित शेट्टी की फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' 422 करोड़ रुपए के कलेक्शन के साथ 400 करोड़ी क्लब में शामिल एकमात्र फिल्म है।
2013 में डायरेक्टर विजय कृष्ण आचार्य की आमिर खान स्टारर फिल्म 'धूम 3' ने 500 करोड़ी क्लब की शुरुआत की। अब तक चार भारतीय फिल्में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई कर चुकी हैं। इस लिस्ट में बाहुबली 533 करोड़ रुपए की कमाई के साथ चौथे स्थान पर है।

सुनील शेट्टी की बेटी ने जानें क्‍या कहा सलमान के बारे में

सुनील शेट्टी की बेटी आथिया जल्द ही बॉलीवुड में अपनी पारी की शुरूआत करने जा रही हैं। फिल्म 'हीरो' में उनके अपोजिट एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली होंगे। दोनों को सुपरस्टार सलमान खान ने अपने बैनर तले लॉन्च करने का जिम्मा उठाया है।
यह किसी भी न्यू कमर एक्टर-एक्ट्रेस के लिए बड़ी बात होगी। आदित्य पंचोली के बेटे सूरज फिल्म 'हीरो' में काम करने का मौका देने के लिए पहले ही सार्वजनिक तौर पर सलमान का शुक्रिया अदा कर चुके हैं।
उनके बारे में जब आथिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मेरे पास वो शब्द ही नहीं है जिनसे मैं सलमान सर के प्रति अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त कर सकूं। उन्होंने हमें बहुत बड़ा प्लेटफाॅर्म दिया है। किसी भी डेब्यूटेंट के लिए यह एक सपने के सच होने जैसा है। हम यहां हैं तो केवल उन्हीं की बदौलत।'
वहीं, आथिया ने यह भी कहा कि वो बॉलीवुड में लंबी पारी खेलने आई हैं। उन्होंने कहा, 'एक्टिंग मेरे दिल में बसती है। मेरे लिए यह एक जूनून है। मैने सेट पर खूब मस्ती की। फिल्मों को मैं नियमित करना चाहूंगी। आशा है कि मैं यह कर पाऊं। बॉलीवुड में बहुत लंबे समय तक टिके रहने के लिए आई हूं।'
मॉडलिंग में करियर को लेकर आथिया ने कहा, 'मैंने कभी इस बारे में नहीं सोचा। मैं तो रैंप पर चलने को लेकर नर्वस थीं।' उनकी फिल्म 'हीरो' 11 सितंबर को रिलीज होने वाली है।

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