Wednesday, August 12, 2015

मालगाड़ी हुई लापता, 17 दिन से कोई खबर नहीं


जोधपुर से 27 जुलाई को मुंद्रा पोर्ट के लिए चली मालगाड़ी लापता हो गई है। अधिकारियों को पता ही नहीं है कि यह ट्रेन कहां चली गई। ट्रेन के 90 कंटेनरों में करीब नौ करोड़ रुपए का माल है, जिसे एक्सपोर्ट किया जाना है। इसे तीन दिन में लक्ष्‍य पर पहुंचना था। मगर, 17 दिनों बाद भी उसका कोई अता पता नहीं है।
ट्रेन का ऑनलाइन स्टेटस दो अगस्त से अहमदाबाद में बता रहा है। हालांकि, वहां वह ट्रेन नही है। एक्सपोर्टर्स को जब सामान की डिलीवरी नहीं हुई, तो उन्‍होंने इस मामले को उठाया। मामले की जानकारी उस वक्‍त हुई, जब जोधपुर के एक्सपोर्टर रंजन कंसारा ने इसकी शिकायत की।
दरअसल, उन्‍होंने 14 जुलाई को कंटेनर बुक किया था, जिसे 27 जुलाई की ट्रेन से रवाना किया गया। मगर, उनका माल 30 जुलाई तक नहीं पहुंचा, तो वह सक्रिय हुए। पता चला कि ट्रेन पोर्ट तक पहुंची ही नहीं है। जब इसके बारे में उन्होंने कॉनकोर डिपो में शिकायत की, तो पता चला कि दस दिन से ट्रेन का स्टेटस अहमदाबाद का बता रहा है। मगर, ट्रेन वहां नहीं थी। 
डिपो के सीएमडी को लिखित शिकायत के बाद ट्रेन ढूंढने का काम शुरू हुआ। जोधपुर स्थित कॉनकोर के टर्मिनल मैनेजर पारस गोयल का कहना है कि बारिश की वजह से ट्रेन लेट हुई है। ट्रेन का पता लगाने के लिए एक कर्मचारी को भेजा है। इस बीच मजेदार बात यह है कि जोधपुर से पांच अगस्त को कंटेनरों के साथ रवाना हुई ट्रेन मुंद्रा पोर्ट पर पहुंच चुकी है।
लापता हुई ट्रेन को जोधपुर से ले जाने वाले ड्राइवर भी लौट आए हैं। उन्होंने दूसरे जोन के ड्राइवरों के हवाले ट्रेन की थी, जिनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। कॉनकोर प्रबंधन के पास दूसरे जोन के ड्राइवरों के मोबाइल नंबर नहीं हैं।

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