Friday, March 18, 2016

घरों के अंदर से गुजरता था रास्ता, 1400 साल पहले हुई थी इस शहर की खोज


उज्बेकिस्तान के खिवा शहर को मध्य एशिया में सबसे प्राचीन सभ्यताओं वाला शहर कहा जाता है। खोरेज्म क्षेत्र से कुछ दूर इस शहर की संरचना को सदियों से संरक्षित किया गया है। इस शहर के अधिकतम घरों का रास्ता एक-दूसरे के घरों से गुजरता था। यानी वे आपस में जुड़े होते थे। बसाहट बड़ी नहीं थी, लेकिन घरों की वास्तुकला उस दौर में भी गज़ब थी।पहले आए ईरानी, फिर कौन आया...
यहां सबसे पहले ईरानी आए थे, शायद यही कारण है कि यहां आज भी पूर्वी ईरान की भाषा ख्वरेज़मियन बोली जाती है। ईरानियों के बाद तुर्क आए थे, जिन्होंने अपना शासन कायम किया। पुरातत्व विशेषज्ञों का दावा है कि यह शहर 6वीं सदी में भी मौजूद था। वहां से मिली चीज़ों से यही पता चलता है। 1873 में रूसी जनरल कोन्सान्तिन वोन ने यहां हमला कर दिया था। 1924 में सोवियत यूनियन में मिलने के बाद यह उज्बेक सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक कहलाया।
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